गुरुवार, 31 जुलाई 2008

हां आ गया मैं भी और मेरा लैपटाप भी हां आ गया मैं और मेरा लैपटाप भी

प्रिय मित्रो
मैं भी वायरल से दो दो हाथ कर रहा था
और मेरा लैपटाप भी
अब आज हम दोनों स्‍वस्‍थ हैं
दोनों एक दूसरे को देखकर मस्‍त हैं
अब फिर होगी मुलाकात
फिर होगी कुछ बात
बना रहे आपका प्‍यार
संपर्क बना रहेगा लगातार
बाकी कल
अब नमस्‍कार

गुरुवार, 17 जुलाई 2008

सर्वोत्‍तम विश्‍व मित्रता सप्‍ताह

अपने दुश्‍मन को मित्र बनाने के हजार अवसर दो लेकिन अपने मित्र को दुश्‍मन बनने का एक भी मौका मत दो।
यह विश्‍व मित्रता सप्‍ताह है।
इस संदेश को अपने सभी मित्रों को तो भेजे हीं, दुश्‍मनों को भेजना भी मत भूलें।
मुझे भी अवश्‍य भेजें।
यदि आपको 10 से अधिक उत्‍तर प्राप्‍त होते हैं तो आप लवेवल अवेलेवल इंसान हैं ......... मुझे इंतजार रहेगा ......
आपके प्‍यारे से मित्रता संदेश का सर्वोत्‍तम विश्‍व मित्रता सप्‍ताह के पावन अवसर पर।

बुधवार, 16 जुलाई 2008

द्रोपदी राजी हुई हर हाल में

गीत लिखें हैं सभी धर्मों ने कुछ
बंध न पाये हैं कभी सुर-ताल में

एक की पत्‍नी बने या पांच की
द्रोपदी राजी हुई हर हाल में

गलतियां किसने करी कैसे हुईं
मंदोदरी विधवा हुई हर काल में

हर बार देखी है बदल कर दोस्‍तो
कुछ न कुछ कंकड़ मिले हर दाल में

लाख चौकस हो रहे हैं हर कदम
कुछ न कुछ धोखा हुआ हर माल में

आ गये ऋतुराज भी हर बार ही
कोंपलें फूटी नहीं हर डाल में

खूब फैंको प्‍यार से मनुहार से
मछलियां फंसती नहीं हर जाल में

वोट देना है संभलकर दोस्‍तो
भेडिये दिखते हमें हर खाल में